new shayari
ज़िन्दगी का ये हूनर भी, आज़माना चाहिए,
ज़िन्दगी का ये हूनर भी, आज़माना चाहिए, जंग अगर अपनो से हो, तो हार जाना चाहिए...
ज़िन्दगी का ये हूनर भी, आज़माना चाहिए, जंग अगर अपनो से हो, तो हार जाना चाहिए...
तेरी सिर्फ एक झलक ने खरीद लिया हमें..बहुत गुमान था हमें कि हम बिकने वालों में से नहीं हैं
तेरी याद बहुत अब आने लगी,, इक जान है अब वो जाने लगी!! तन्हा तन्हा हम रहने लगे,, तन्हाई बड़ा तड़पाने लगी!!
मैं शायर हूं मोहब्बत का, इश्क़ से नज्म सजाता हूं... कभी पढ़ता हूं महोब्बत को, कभी मोहब्बत लिख जाता हूं..!!!
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