शरद पूर्णिमा शायरी - चाँदनी रातों में चमकता है यह त्योहार

 

  1. चाँदनी रातों में चमकता है शरद पूर्णिमा का त्योहार, रंग बिरंगी ये रात लाती है खुशियों का संसार।

  2. खुशियों की बहार लाई है शरद पूर्णिमा की रात, मन में उमंग भर आई है खुशियों की बारात।

  3. चंद्रमा की चाँदनी से जगमगाती रात, हर दिल में उमंग भर आती है शरद पूर्णिमा की बात।

  4. चाँद की चाँदनी में रंगीन हो जाती है रातें, बादलों में छुपी हुई हर खुशी मिलती है बारिश की बूंदों के साथ।

  5. खुशियों की भरी रात है, मनाओ शरद पूर्णिमा की बारात, चांदनी रातों में खो जाओ, ये खुशियों का त्योहार है साथ।

  6. चाँद की किरणों से सजे ये त्यौहार की रातें, मन में उमंग भर जाती है, हर दिल में जीवन भर की आस जगाती है।

  7. चाँद सितारों की रौशनी में खिलता है यह त्योहार, हर दिल में खुशियों की बौछार, यही है शरद पूर्णिमा का त्योहार।

  8. रात चांदनी भरी है, मन में उमंग भरी है, खुशियों से भरी हर बात है, शरद पूर्णिमा की रात है।

  9. चाँद से रोशनी मिलती है, खुशियों की बहार मिलती है, मन में उमंग भर आती है, यह शरद पूर्णिमा की बहार मिलती है।

  10. चाँद की किरणों में रंग भरता है यह त्यौहार, मन में खुशियों की बहार, शरद पूर्णिमा की है यह खास बारिश की बूंदों के साथ।

  11. चाँद की चाँदनी में खो जाओ, खुशियों की बौछार में भर जाओ, शरद पूर्णिमा की रातों में मनाओ, यह त्यौहार मिठास से प्यारा है।

  12. चाँद की चाँदनी में रंगीन हो जाती है रातें, बादलों में छुपी हुई हर खुशी मिलती है बारिश की बूंदों के साथ।

  13. चाँद की रौशनी स

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